प्रेम और हत्या की कहानी - लिव-इन पार्टनर करिश्मा चौधरी ने की आत्महत्या
नागौर के सहदेव हत्याकांड के बाद उनकी लिव-इन पार्टनर करिश्मा चौधरी ने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने ऑनर किलिंग के इस मामले को और रहस्यमयी बना दिया।

राजस्थान के नागौर जिले में हुए सहदेव भाकर हत्याकांड ने आज एक और दुखद मोड़ ले लिया। सहदेव की लिव-इन पार्टनर करिश्मा चौधरी (20) ने गुरुवार सुबह सहदेव के घर में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने इस हाई-प्रोफाइल ऑनर किलिंग केस को और जटिल कर दिया है।
आत्महत्या का विवरण
पुलिस और सहदेव के परिवार के अनुसार, आज सुबह करीब 4 बजे करिश्मा अपने कमरे में फंदे से झूलती हुई मिली। परिजनों ने उसे तुरंत नागौर के एक अस्पताल में पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सहदेव की हत्या के बाद से करिश्मा गहरे अवसाद में थी और दिनभर रोती रहती थी। परिवार ने बताया कि वह सहदेव की मौत से बुरी तरह टूट चुकी थी।
उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी
सहदेव भाकर (28), रातंगा गांव का निवासी और कॉलेज टीचर, करिश्मा चौधरी के साथ 9 महीने से लिव-इन रिलेशनशिप में था। करिश्मा, धारणा गांव की रहने वाली, अपने पूर्व पति को छोड़कर सहदेव के साथ रह रही थी। दोनों ने जयपुर में लिव-इन के दस्तावेज तैयार किए और नागौर में पुलिस के सामने सरेंडर किया था।
13 जून 2025 को सहदेव अजमेर में नर्सिंग भर्ती परीक्षा देने गया था, जहां करिश्मा के परिजनों ने उसे बस स्टैंड से कथित तौर पर किडनैप कर लिया। अगले दिन उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और शव तेजासर इलाके में एक खेत में फेंक दिया गया। करिश्मा ने बताया था कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं, और उसने अपने परिवार के खिलाफ फांसी की सजा की मांग की थी।
पुलिस जांच और गिरफ्तारियां
अजमेर पुलिस ने हत्या के मामले में अब तक तीन आरोपियों—करिश्मा के चाचा रामकिशोर, बड़े पापा कुन्नाराम चौधरी, और जेठ ओमप्रकाश—को गिरफ्तार किया है। अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। सहदेव के पिता रामदेव भाकर की शिकायत पर सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज किया गया था