कोटा में टीवीएस इलेक्ट्रिक बाइक शोरूम में भयानक आग: 10 फीट ऊंची लपटों ने मचाई तबाही, बगल के ई-रिक्शा शोरूम भी चपेट में; दमकल विभाग पर लेट पहुंचने का आरोप
कोटा में टीवीएस इलेक्ट्रिक बाइक शोरूम में दोपहर में अचानक लगी भीषण आग, 10 फीट ऊंची लपटें उठीं। आग ने पास के ई-रिक्शा शोरूम को भी चपेट में ले लिया। चार दमकल गाड़ियों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। शोरूम मालिक ने दमकल विभाग पर एक घंटे लेट पहुंचने का आरोप लगाते हुए कहा कि समय पर पहुंचती तो नुकसान कम होता। लाखों का सामान जलकर राख, कोई हताहत नहीं।
कोटा, 26 नवंबर 2025: राजस्थान के कोटा शहर में बुधवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हो गया, जब एक टीवीएस इलेक्ट्रिक बाइक शोरूम में अचानक आग लग गई। आग की लपटें इतनी भयावह थीं कि वे करीब 10 फीट की ऊंचाई तक उठ रही थीं, जिससे आसपास का इलाका दहशत में डूब गया। देखते ही देखते आग ने पड़ोस के ई-रिक्शा शोरूम को भी अपनी चपेट में ले लिया, जिससे लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया। घटना के करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद चार दमकल वाहनों की मदद से आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि, शोरूम मालिक ने दमकल विभाग पर देरी से पहुंचने का गंभीर आरोप लगाया है, जिसके चलते नुकसान को और बढ़ावा मिला।
घटना का पूरा विवरण: कैसे भड़की आग? घटना कोटा शहर के व्यस्त इलाके में स्थित राम निवास बाग क्षेत्र के पास हुई, जहां टीवीएस का इलेक्ट्रिक बाइक शोरूम संचालित हो रहा था। दोपहर करीब 2 बजे के आसपास शोरूम में अज्ञात कारणों से शॉर्ट सर्किट या इलेक्ट्रिकल फॉल्ट के चलते आग लगने की शुरुआत हुई। शुरुआत में यह आग छोटी-मोटी लग रही थी, लेकिन जल्द ही यह बेकाबू हो गई। शोरूम में रखी इलेक्ट्रिक बाइकों की बैटरी और चार्जिंग इक्विपमेंट ने आग को और भड़का दिया, जिससे काला धुआं चारों तरफ फैल गया। लपटें इतनी तेज थीं कि वे 10 फीट ऊंचाई तक पहुंच गईं, और आसपास के दुकानदारों व राहगीरों को भागना पड़ा।आग की चपेट में सबसे पहले शोरूम के अंदर रखी 5-6 इलेक्ट्रिक बाइकें और स्पेयर पार्ट्स जल गए। इसके बाद आग ने बगल में स्थित ई-रिक्शा शोरूम तक पहुंचा ली, जहां 10 से अधिक ई-रिक्शा और उनके बैटरी सिस्टम जलकर खाक हो गए। दोनों शोरूमों में रखा महंगा सामान, जैसे बैटरी, टायर, इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स और फर्नीचर पूरी तरह नष्ट हो गया। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, कुल नुकसान लाखों रुपये का अनुमानित है, लेकिन सटीक आंकड़े अभी जांच के अधीन हैं। सौभाग्य से इस हादसे में कोई जानलेवा चोट या हताहत नहीं हुआ, लेकिन दोपहर के व्यस्त समय होने के कारण कई स्थानीय लोग हादसे का चश्मदीद बने।
दमकल विभाग की मशक्कत: एक घंटे की जद्दोजहद जैसे ही आग की सूचना मिली, स्थानीय लोगों ने तुरंत दमकल विभाग को कॉल किया। लेकिन शोरूम मालिक के अनुसार, दमकल की पहली गाड़ी घटनास्थल पर पहुंचने में ही करीब 45 मिनट से एक घंटे का विलंब हो गया। इस दौरान आग ने पूरे शोरूम को अपनी गिरफ्त में ले लिया। अंततः चार दमकल वाहनों को रवाना किया गया, जिनमें से दो स्थानीय स्टेशन से और दो अन्य क्षेत्रों से बुलाई गईं। दमकलकर्मियों ने पानी की बौछारों और फोम के इस्तेमाल से आग को बुझाने की कोशिश की। करीब एक घंटे की कड़ी मेहनत के बाद दोपहर 3 बजे के आसपास आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया।दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आग बुझाने के दौरान आसपास की इमारतों को बचाने के लिए विशेष सतर्कता बरती गई। हालांकि, देरी के कारणों पर विभाग ने अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। जांच के दौरान यह भी पता चला कि शोरूम में फायर सेफ्टी उपकरण अपर्याप्त थे, जो आग को शुरुआती चरण में ही काबू करने में बाधा बने।
शोरूम मालिक का गुस्सा: "समय पर पहुंचतीं तो नुकसान कम होता" टीवीएस शोरूम के मालिक, ने घटना के बाद दमकल विभाग पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "हमने आग लगते ही तुरंत अलर्ट किया था, लेकिन विभाग की गाड़ियां एक घंटे लेट पहुंचीं। अगर समय पर आ जातीं तो शायद सिर्फ छोटा-मोटा नुकसान होता। इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी से आग तेजी से फैलती है, और देरी ने सब कुछ बर्बाद कर दिया।" मालिक ने नुकसान का आकलन करते हुए बताया कि शोरूम में रखी नई-नई इलेक्ट्रिक बाइकें और ई-रिक्शा स्टॉक पूरी तरह जल चुके हैं, जिससे व्यवसाय को बड़ा झटका लगा है।पड़ोसी ई-रिक्शा शोरूम के मालिक ने भी अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा, "आग के धुएं से सांस लेना मुश्किल हो गया था। हमने खुद ही कुछ ई-रिक्शा बाहर निकाले, लेकिन ज्यादातर बच नहीं सके।" स्थानीय दुकानदारों ने भी घटना पर चिंता जताई और मांग की कि इलाके में फायर स्टेशन की व्यवस्था मजबूत की जाए।