जोधपुर में शांति की वापसी: 13 मई से स्कूल और कोचिंग सेंटर फिर से खुलेंगे

जोधपुर में सीजफायर के बाद 13 मई 2025 से स्कूल और कोचिंग सेंटर फिर से खुलने जा रहे हैं। शांति बहाली के साथ शिक्षा संस्थानों में सामान्य गतिविधियां शुरू होंगी, जिससे छात्रों और अभिभावकों में उत्साह का माहौल है।

May 12, 2025 - 18:37
जोधपुर में शांति की वापसी: 13 मई से स्कूल और कोचिंग सेंटर फिर से खुलेंगे

भारत-पाक सीजफायर के बाद सामान्य हो रहे हालात

जोधपुर, राजस्थान: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सीजफायर समझौते के बाद जोधपुर में सामान्य स्थिति बहाल होने की राह पर है। जिला प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए 13 मई 2025 से जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों, स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग सेंटरों को फिर से खोलने का आदेश जारी किया है। यह फैसला जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने सोमवार, 12 मई 2025 को लिया, जब उन्होंने पहले जारी किए गए अवकाश आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की घोषणा की।

पृष्ठभूमि: ऑपरेशन सिंदूर और आपातकाल

7 मई 2025 को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद, भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ गया था। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था, जो 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के जवाब में किया गया था। इस तनाव के चलते जोधपुर सहित राजस्थान के सीमावर्ती जिलों - श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटरों को 8 मई से बंद कर दिया गया था।

10 मई को जोधपुर में हवाई हमले की आशंका के चलते रेड अलर्ट जारी किया गया था, और लोगों से घरों में रहने की अपील की गई थी। रविवार, 11 मई की रात को ड्रोन गतिविधियों और ब्लैकआउट के बाद भी जिला प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखा।

सीजफायर और सामान्य स्थिति की ओर कदम

शनिवार, 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौता होने के बाद, जोधपुर में धीरे-धीरे सामान्य स्थिति बहाल होने लगी। सोमवार, 12 मई को बाजार खुल गए, सड़कों पर लोग अपनी दिनचर्या में लौटने लगे, और सार्वजनिक परिवहन ने भी काम शुरू कर दिया। हालांकि, स्कूल और कोचिंग सेंटर तब तक बंद रहे, जब तक प्रशासन ने स्थिति का पूरी तरह आकलन नहीं कर लिया।

जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने कहा, "भारत-पाक सीजफायर के बाद हालात सामान्य हो रहे हैं। शैक्षणिक संस्थानों का अवकाश आदेश वापस लिया गया है, और 13 मई से सभी शैक्षणिक गतिविधियाँ नियमित रूप से शुरू होंगी।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि सुरक्षा निर्देशों का सख्ती से पालन करना अनिवार्य होगा।

कोचिंग सेंटरों पर सवाल और जवाबदेही

सीजफायर से पहले, 9 मई को कुछ निजी कोचिंग सेंटरों द्वारा प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करने की शिकायतें सामने आई थीं। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने जिला प्रशासन को टैग करते हुए कहा कि कुछ कोचिंग सेंटर छात्रों को आने के लिए मैसेज कर रहे थे, जिससे उनकी सुरक्षा को खतरा था। इस पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया और सभी संस्थानों को आदेशों का पालन करने की चेतावनी दी। अब, 13 मई से कोचिंग सेंटर भी नियमित रूप से खुलेंगे, लेकिन सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ।

जनता की राहत और भविष्य की सतर्कता

जोधपुर के निवासियों ने सीजफायर और शैक्षणिक संस्थानों के फिर से खुलने पर राहत की सांस ली है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाजारों में रौनक लौट रही है, और बच्चे अब अपनी पढ़ाई फिर से शुरू कर सकेंगे।

हालांकि, प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जाएगी। सीजफायर के बावजूद, पाकिस्तान द्वारा समझौते का उल्लंघन करने की घटनाएँ, जैसे अखनूर सेक्टर में गोलीबारी और ड्रोन गतिविधियाँ, सतर्कता की आवश्यकता को दर्शाती हैं।

निष्कर्ष

जोधपुर में 13 मई से स्कूल और कोचिंग सेंटरों का फिर से खुलना शांति और सामान्य स्थिति की ओर एक बड़ा कदम है। जिला प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर इस नाजुक दौर से उबर रहे हैं, और उम्मीद है कि सीजफायर स्थायी शांति की ओर ले जाएगा। निवासियों से अपील है कि वे प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ