जैसलमेर में गांव खाली, पाकिस्तान के ड्रोन हमले नाकाम, राजनाथ सिंह की आपात बैठक
भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव अपने चरम पर है। राजस्थान के जैसलमेर में पाकिस्तान सीमा से सटे 20 किलोमीटर के दायरे में गांवों को खाली कराया जा रहा है। गुरुवार रात पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में 11 स्थानों पर किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाया है।

जैसलमेर/नई दिल्ली, 9 मई 2025: भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव अपने चरम पर है। राजस्थान के जैसलमेर में पाकिस्तान सीमा से सटे 20 किलोमीटर के दायरे में गांवों को खाली कराया जा रहा है। गुरुवार रात पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में 11 स्थानों पर किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाया है। भारतीय वायु रक्षा प्रणाली S-400 ने इन हमलों को विफल करते हुए 50 से ज्यादा पाकिस्तानी ड्रोन्स को मार गिराया। इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुखों के साथ हाई-लेवल मीटिंग कर स्थिति का जायजा लिया।
पाकिस्तान का दुस्साहस: ड्रोन और मिसाइल हमले
गुरुवार रात करीब 8:30 बजे से शुरू हुए पाकिस्तानी हमलों में जम्मू सिविल एयरपोर्ट, पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन, जैसलमेर, उदयपुर और पंजाब के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। पाकिस्तान ने सुसाइड ड्रोन्स और कम दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल किया, जिनमें से जम्मू में 6 और पठानकोट में 4 मिसाइलें दागी गईं। जैसलमेर में स्थानीय लोगों ने रात 9 बजे के आसपास आकाश में चमक और विस्फोटों की आवाजें सुनीं। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने इन हमलों में हमास-शैली के सस्ते रॉकेट्स और ड्रोन्स का सहारा लिया।
पठानकोट में भारतीय वायु रक्षा ने एक पाकिस्तानी F-16 फाइटर जेट को मार गिराने का दावा किया है, हालांकि सरकार ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, भारत ने LoC और इंटरनेशनल बॉर्डर पर 50 से ज्यादा ड्रोन्स को नष्ट किया, जिनमें नौशेरा और पंच सेक्टर में 4 कामिकाजी ड्रोन्स शामिल हैं।
S-400 का जवाब: पाकिस्तान बेदम
भारत की S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तानी हमलों को पूरी तरह नाकाम कर दिया। रूस से प्राप्त इस प्रणाली ने हवा में ही मिसाइलों और ड्रोन्स को नष्ट कर दिया। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में इजरायली HARPY ड्रोन्स का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के लाहौर और कराची में वायु रक्षा रडार सिस्टम को निशाना बनाया। जैसलमेर में भी एंटी-ड्रोन सिस्टम ने कई ड्रोन्स को मार गिराया।
जैसलमेर में हाई अलर्ट: गांव खाली, ब्लैकआउट
जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर में हाई अलर्ट है। प्रशासन ने सीमा से 20 किलोमीटर के दायरे में गांव खाली कराने के आदेश दिए हैं। लोगों को स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों और अस्थायी शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा है। रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक ब्लैकआउट लागू है, ताकि दुश्मन के ड्रोन्स और विमानों को निशाना बनाने में दिक्कत हो।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आपात बैठक कर सीमावर्ती जिलों के लिए 3 करोड़ रुपये की राहत राशि जारी की। स्कूल-कॉलेज 48 घंटे के लिए बंद हैं, और सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। PIB राजस्थान ने बाड़मेर में गांव खाली करने की कुछ खबरों को फर्जी बताया है।
सांबा में BSF की कार्रवाई: 7 आतंकी ढेर
जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में गुरुवार रात 10:30 बजे BSF ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए 7 आतंकियों को मार गिराया। यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हुई, जहां BSF ने थर्मल इमेजिंग और नाइट विजन डिवाइसेज का इस्तेमाल कर आतंकियों को ट्रैक किया।
रक्षा मंत्रालय में हाई-लेवल मीटिंग
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार सुबह चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी के साथ बैठक की। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तानी हमलों के जवाब में भारत की रणनीति पर चर्चा हुई। राजनाथ सिंह ने कहा, "भारत शांति चाहता है, लेकिन किसी भी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देगा।"
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सर्जिकल स्ट्राइक
यह तनाव 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ, जिसमें 20 लोग मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें PoK और पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया। इनमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कैंप शामिल थे। भारत का दावा है कि इस ऑपरेशन में 80 से ज्यादा आतंकी मारे गए।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि भारत की कार्रवाइयां "उकसावे" वाली हैं, जबकि भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करे।