कालवाड़ का साहसी कारनामा: 150 फीट गहरे कुएं में कूदी महिला, आधी रात को कांस्टेबल ने जान जोखिम में डालकर बचाई

जयपुर के कालवाड़ क्षेत्र में पति से झगड़े के बाद 45 वर्षीय महिला घीसी देवी उर्फ सपना 150 फीट गहरे कुएं में कूद गई। आधी रात को सूचना मिलते ही कांस्टेबल गोपाल लाल ने रस्सी बांधकर खुद कुएं में उतरकर महिला को सुरक्षित बाहर निकाला। SHO सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में पूरी टीम ने साहसिक रेस्क्यू किया। महिला खतरे से बाहर है।

Nov 22, 2025 - 16:18
कालवाड़ का साहसी कारनामा: 150 फीट गहरे कुएं में कूदी महिला, आधी रात को कांस्टेबल ने जान जोखिम में डालकर बचाई

जयपुर। राजस्थान के जयपुर जिले के कालवाड़ इलाके में गुरुवार रात को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। एक 45 वर्षीय महिला ने पारिवारिक कलह के चलते खेत में स्थित 150 फीट गहरे कुएं में कूद ली। आधी रात के अंधेरे में यह खबर जैसे ही पुलिस तक पहुंची, पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। लेकिन साहस और तत्परता का अनोखा उदाहरण पेश करते हुए, एक साधारण कांस्टेबल ने अपनी जान की परवाह न करते हुए रस्सी बांधकर खुद कुएं में उतर गया और महिला को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। यह घटना न केवल पुलिस की मानवीयता का प्रतीक बनी, बल्कि इलाके में चर्चा का विषय भी बन गई।

घटना की शुरुआत: पारिवारिक विवाद ने लिया खतरनाक मोड़ घटना गुरुवार रात करीब 12 बजे की है। कालवाड़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भंभोरी गांव की मीणो की ढाणी में रहने वाली घीसी देवी उर्फ सपना (45 वर्ष) अपने पति के साथ घरेलू झगड़े में उलझ गईं। छोटी-मोटी कहासुनी ने इतना तूल पकड़ लिया कि सपना गुस्से और निराशा में घर से बाहर निकल आईं। वे सीधे खेत की ओर बढ़ीं, जहां एक पुराना लेकिन बेहद गहरा कुआं स्थित है। इस कुएं की गहराई करीब 150 फीट बताई जाती है, जो इलाके के किसानों के लिए सिंचाई का स्रोत रहा है। गुस्से के आवेश में सपना ने बिना सोचे-समझे कुएं में छलांग लगा दी।पास के लोग जब यह दृश्य देखकर चीखे, तो पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तुरंत कालवाड़ थाने को सूचना दी। रात के उस पहर में खबर मिलते ही थाने में सन्नाटा छा गया, लेकिन SHO सुरेंद्र सिंह ने फौरन अपनी टीम को मौके पर रवाना कर दिया। थोड़ी ही देर में पुलिस जाब्ता घटनास्थल पर पहुंच गया।

पुलिस की तत्परता: सिविल डिफेंस की जगह कांस्टेबल का साहस मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने सबसे पहले स्थिति का जायजा लिया। कुएं की गहराई को देखते हुए उन्होंने जयपुर के सिविल डिफेंस विभाग को सूचना दे दी, ताकि विशेषज्ञों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा सके। लेकिन इंतजार की घड़ी लंबी खिंचने वाली नहीं थी। कुएं के अंदर से अटकी हुई सपना की हल्की-हल्की आवाजें सुनाई देने लगीं। पता चला कि वह जिंदा है, लेकिन गहराई की वजह से खुद बाहर नहीं निकल पा रही। समय की धज्जियां उड़ रही थीं, क्योंकि कुएं का पानी गहरा था और रात का अंधेरा रेस्क्यू को और मुश्किल बना रहा था।इसी बीच, कांस्टेबल गोपाल लाल ने एक साहसी फैसला लिया। उन्होंने मौके पर उपलब्ध सामान का उपयोग करते हुए एक मजबूत रस्सी को पास की चारपाई से बांध लिया। यह चारपाई खेत में ही पड़ी हुई थी, जो किसानों द्वारा इस्तेमाल की जाती थी। गोपाल लाल ने बिना किसी हिचकिचाहट के खुद को रस्सी से बांधा और कुएं की सतह से उतरने लगे। उनके इस कदम ने न केवल साथी पुलिसकर्मियों को हैरान कर दिया, बल्कि ग्रामीणों में भी जोश भर दिया। गोपाल लाल ने बताया, "महिला की आवाज सुनकर लगा कि एक-एक सेकंड कीमती है। सिविल डिफेंस का इंतजार नहीं कर सकता था। बस, दिल ने कहा तो उतर गया।"कांस्टेबल गोपाल लाल धीरे-धीरे 150 फीट की गहराई में उतरे। कुएं की दीवारें चिकनी और खतरनाक थीं, लेकिन उनकी ट्रेनिंग और हिम्मत ने काम किया। नीचे पहुंचते ही उन्होंने सपना को कंधे पर लाद लिया और ऊपर मौजूद साथियों को इशारा किया। ऊपर से रस्सी को मजबूती से पकड़े हुए SHO सुरेंद्र सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों ने पूरी ताकत लगाकर दोनों को धीरे-धीरे ऊपर खींचा। लगभग 20-25 मिनट के इस तनावपूर्ण ऑपरेशन के बाद सपना और गोपाल लाल दोनों सुरक्षित बाहर आ गए।

महिला की हालत: अस्पताल में भर्ती, परिवार का आभार रेस्क्यू के बाद सपना को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, कुएं में गिरने से उन्हें मामूली चोटें आई हैं, लेकिन उनकी जान पर कोई बड़ा खतरा नहीं है। वे अब खतरे से बाहर हैं और कुछ दिनों में घर लौट सकेंगी। सपना के पति ने घटना पर गहरा अफसोस जताया और पुलिस का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "यह हमारा पारिवारिक झगड़ा था, लेकिन मेरी पत्नी की जान बचाने के लिए पुलिस का शुक्रगुजार हूं। अब सब ठीक हो जाएगा।"