गर्लफ्रेंड के खर्चे और कर्ज चुकाने के चक्कर में तस्कर बना: 544 किलो डोडा-पोस्त से लदी स्कॉर्पियो को 20 किमी पीछा कर पुलिस ने पकड़ा, 35 जिंदा कारतूस और 6 नंबर प्लेट भी बरामद
बाड़मेर का गोकला राम जेल से रिहा होने के एक महीने बाद ही गर्लफ्रेंड के खर्चे और कर्ज चुकाने के लिए 544 किलो डोडा-पोस्त लेकर स्कॉर्पियो से तस्करी कर रहा था; पुलिस ने 20 किमी पीछा कर जोधपुर में पकड़ा, 35 कारतूस और 6 नंबर प्लेट बरामद।
राजस्थान एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने एक सनसनीखेज कार्रवाई को अंजाम दिया है। बाड़मेर जिले के एक युवक को 544 किलोग्राम डोडा-पोस्त (डोडा चूरा) की तस्करी करते हुए जोधपुर के ग्रामीण इलाके में गिरफ्तार किया गया। आरोपी के पास से न केवल भारी मात्रा में नशीला पदार्थ बरामद हुआ, बल्कि 35 जिंदा कारतूस, एक मैगजीन और छह अलग-अलग नंबर प्लेट वाली स्कॉर्पियो गाड़ी भी जब्त की गई। यह कार्रवाई सोमवार देर रात शुरू हुई और मंगलवार सुबह आरोपी को हिरासत में ले लिया गया।
कार्रवाई की पूरी कहानी: 20 किलोमीटर का रोमांचक पीछा सोमवार देर रात एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को गुप्त सूचना मिली कि बाड़मेर शहर से एक स्कॉर्पियो गाड़ी में भारी मात्रा में डोडा-पोस्त की तस्करी की जा रही है। गाड़ी बाड़मेर से जोधपुर की ओर जा रही थी। सूचना पर तुरंत एक्शन लेते हुए पुलिस टीम ने आरोपी की गाड़ी का पीछा शुरू कर दिया। पीछा करीब 20 किलोमीटर लंबा चला, जिसमें आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए तेज रफ्तार बरती।जोधपुर ग्रामीण क्षेत्र में पहुंचते ही आरोपी की स्कॉर्पियो एक बिजली के खंभे से टकरा गई। इस हादसे में गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन आरोपी को कोई चोट नहीं आई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे घेर लिया और गिरफ्तार कर लिया। गाड़ी की तलाशी लेने पर उसके अंदर 544 किलोग्राम डोडा-पोस्त बरामद हुई, जो विशेष रूप से छिपाई गई थी। इसके अलावा, आरोपी के पास से एक पिस्टल मैगजीन में भरी 35 जिंदा कारतूस भी मिले, जो तस्करी के दौरान खुद को बचाने के लिए रखे गए थे।सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए चोर गाड़ी का इस्तेमाल किया था। गाड़ी पर छह अलग-अलग नंबर प्लेटें लगी मिलीं, जिन्हें वह हर 50-60 किलोमीटर की दूरी पर बदल देता था। इससे साफ होता है कि तस्करी का यह नेटवर्क काफी संगठित और सतर्क था।
आरोपी का खुलासा: कर्ज और गर्लफ्रेंड के खर्चे ने बनाया तस्कर पूछताछ के दौरान आरोपी ने कई चौंकाने वाले राज खोले। आरोपी का नाम गोकला राम पुत्र मोराराम है, जो बाड़मेर जिले के सरली गांव का निवासी है और सदर थाने के अंतर्गत आता है। आईजी विकास कुमार ने बताया कि गोकला राम पहले भी तस्करी के मामले में जेल जा चुका था। वह हाल ही में 10 अक्टूबर को जेल से रिहा हुआ था। जेल से बाहर आने के बाद उसके ऊपर चढ़ा कर्ज और अपनी गर्लफ्रेंड के लग्जरी खर्चे चुकाने का दबाव इतना बढ़ गया कि उसने फिर से डोडा-पोस्त की तस्करी शुरू कर दी।"आरोपी ने कबूल किया है कि वह कर्ज के जाल में फंस गया था। गर्लफ्रेंड के शौक पूरे करने के लिए महंगे गिफ्ट्स, बाहर घूमना-फिरना और अन्य खर्चे उठाने पड़े, जिससे आर्थिक तंगी हो गई। तस्करी ही उसके लिए जल्दी कमाई का जरिया बनी," आईजी विकास कुमार ने बताया। उन्होंने आगे कहा कि आरोपी ने तस्करी का यह रास्ता अपनाया तो सोचा था कि एक-दो बार में सारे कर्ज चुक जाएंगे, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उसके सपनों पर पानी फेर दिया।
डोडा-पोस्त तस्करी का काला कारोबार: राजस्थान में बढ़ती चुनौती डोडा-पोस्त, जो ओपियम प्लांट के डंठल से बनाया जाता है, राजस्थान के सीमावर्ती जिलों जैसे बाड़मेर, जैसलमेर और जोधपुर में तस्करी का प्रमुख पदार्थ है। यह नशीला पदार्थ युवाओं में व्यसन फैलाने का बड़ा कारण बन चुका है। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के अनुसार, पकड़ी गई 544 किलोग्राम डोडा-पोस्त की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये बताई जा रही है। यह खेप संभवतः पंजाब या गुजरात की ओर सप्लाई की जानी थी।राजस्थान में नारकोटिक्स तस्करी के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत यह कार्रवाई एक बड़ा झटका है। पिछले कुछ महीनों में एएनटीएफ ने कई ऐसी बड़ी खेपें पकड़ी हैं, लेकिन आरोपी के व्यक्तिगत कारणों से जुड़ी यह घटना सामाजिक मुद्दों को भी उजागर करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि आर्थिक दबाव और रिश्तों के नाम पर होने वाले खर्चे युवाओं को अपराध की ओर धकेल रहे हैं।
आगे की कार्रवाई: सप्लायर पर नजर, आरोपी को रिमांड पर लेंगे पुलिस ने आरोपी गोकला राम को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पूछताछ में सामने आया है कि तस्करी का यह सिलसिला एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा है। आरोपी के सप्लायर की भी तलाश की जा रही है, जो संभवतः जेल से बाहर आने के तुरंत बाद ही संपर्क में आया था। पुलिस को शक है कि यह खेप अंतरराज्यीय तस्करी का हिस्सा थी।आईजी विकास कुमार ने कहा, "हमारी टीम सतर्क मोड में है। ऐसी तस्करी को जड़ से उखाड़ने के लिए लगातार निगरानी जारी रहेगी। जनता से अपील है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें।" आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां पुलिस रिमांड की मांग करेगी ताकि नेटवर्क के अन्य सदस्यों का पता लगाया जा सके।