आगर-मालवा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: तेल टैंकर में 2 करोड़ की अवैध शराब के साथ बाड़मेर का रघुवीर गिरफ्तार

आगर-मालवा पुलिस ने तेल टैंकर में छुपाई गई 2 करोड़ रुपये की अवैध अंग्रेजी शराब के साथ बाड़मेर के रघुवीर को गिरफ्तार किया। चंडीगढ़ से गुजरात जा रही 600 से अधिक पेटियां फिल्म ‘पुष्पा’ की तर्ज पर चतुराई से छुपाई गई थीं। पुलिस ने अंतर्राज्यीय तस्करी नेटवर्क की जांच शुरू की, जो तस्करों के लिए बड़ा झटका है।

Aug 13, 2025 - 15:12
आगर-मालवा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: तेल टैंकर में 2 करोड़ की अवैध शराब के साथ बाड़मेर का रघुवीर गिरफ्तार
मध्य प्रदेश की आगर-मालवा पुलिस ने अवैध शराब तस्करी के एक बड़े अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए राजस्थान के बाड़मेर निवासी रघुवीर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चंडीगढ़ से गुजरात जा रहे एक तेल टैंकर से 2 करोड़ रुपये की अंग्रेजी शराब जब्त की है। यह कार्रवाई कोतवाली पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर की, जिसमें टैंकर में चतुराई से छुपाई गई शराब की सैकड़ों पेटियां बरामद हुईं। इस सफल ऑपरेशन ने अवैध शराब तस्करी के खिलाफ मध्य प्रदेश पुलिस की सतर्कता और प्रतिबद्धता को एक बार फिर साबित किया है।

तेल टैंकर में छुपाई गई शराब

मंगलवार सुबह कोतवाली पुलिस को विश्वसनीय सूचना मिली कि एक तेल टैंकर (पंजीकरण नंबर GJ 12 CT 0682) चंडीगढ़ से गुजरात के लिए अवैध शराब की बड़ी खेप लेकर जा रहा है। पुलिस अधीक्षक (SP) विनोद कुमार सिंह ने तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए, और कोतवाली थाना प्रभारी शशि उपाध्याय की अगुवाई में सुसनेर रोड पर नाकाबंदी की गई। टैंकर को रोककर तलाशी ली गई, जिसमें शुरुआत में खाद्य तेल (Edible Oil) के ड्रम दिखाई दिए। हालांकि, गहन जांच में ड्रमों के भीतर छुपाई गई 600 से अधिक पेटियां अंग्रेजी शराब की बरामद हुईं, जिनकी अनुमानित कीमत 2 करोड़ रुपये है।पुलिस ने पाया कि शराब की पेटियां प्रीमियम ब्रांड्स की थीं, जिनमें व्हिस्की और वोडका जैसे महंगे ब्रांड शामिल थे। टैंकर के ड्राइवर, रघुवीर, ने पूछताछ में स्वीकार किया कि यह खेप गुजरात के काले बाजार में बेची जानी थी, जहां शराब पर सख्त प्रतिबंध हैं। पुलिस ने आबकारी विभाग की एक विशेष टीम को बुलाकर शराब की मात्रा, ब्रांड, और गुणवत्ता की पुष्टि शुरू की। इस कार्रवाई ने तस्करों के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है।

रघुवीर की गिरफ्तारी और पूछताछ

बाड़मेर, राजस्थान निवासी रघुवीर को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने खुलासा किया कि यह तस्करी एक संगठित अंतर्राज्यीय गिरोह का हिस्सा है, जो चंडीगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, और गुजरात में सक्रिय है। रघुवीर ने बताया कि शराब को तेल के ड्रमों में छुपाकर ले जाया जाता था ताकि नाकाबंदी और जांच से बचा जा सके। पुलिस अब रघुवीर के बयानों के आधार पर इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस गिरोह का नेतृत्व बड़े तस्कर करते हैं, जो कई राज्यों में फैले हैं। आगर-मालवा पुलिस ने रघुवीर के खिलाफ आबकारी अधिनियम और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही, टैंकर को जब्त कर लिया गया है, और उसकी तकनीकी जांच की जा रही है ताकि इसके निर्माण और डिज़ाइन से तस्करी की तकनीक को समझा जा सके।

फिल्मी अंदाज में तस्करी

यह तस्करी फिल्म ‘पुष्पा’ की तर्ज पर की गई थी, जो अवैध व्यापार की चालाकी को दर्शाती है। टैंकर में सात चैंबर बनाए गए थे, जिनमें से छह में शराब की पेटियां भरी थीं, और एक चैंबर जानबूझकर खाली रखा गया था ताकि जांच के दौरान शक न हो। टैंकर के बाहर ‘Only for Edible Oil’ लिखा था, जो तस्करों की चालबाजी का हिस्सा था। पुलिस को टैंकर के ड्रमों को काटना पड़ा ताकि शराब की पेटियां बरामद की जा सकें। यह खुलासा तस्करों की बढ़ती हिम्मत और उनके परिष्कृत तरीकों को दर्शाता है।

आगर-मालवा पुलिस की सतर्कता और रणनीति

पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि अवैध शराब तस्करी पर अंकुश लगाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि कोतवाली पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई की, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रविंद्र कुमार बोयट और एसडीओपी मोतीलाल कुशवाह का मार्गदर्शन महत्वपूर्ण रहा। पुलिस ने हाल के महीनों में कई ऐसी कार्रवाइयां की हैं, जिनमें 94 लाख से लेकर 3 करोड़ रुपये तक की अवैध शराब जब्त की गई है।इस ऑपरेशन में पुलिस ने ड्रोन और CCTV फुटेज का उपयोग किया ताकि टैंकर की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। SP सिंह ने कहा कि यह कार्रवाई अन्य तस्करों के लिए चेतावनी है कि मध्य प्रदेश में अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य ठिकानों और तस्करों की पहचान के लिए छापेमारी की योजना बना रही है।

अंतर्राज्यीय तस्करी का नेटवर्क

यह पहली बार नहीं है जब आगर-मालवा पुलिस ने अंतर्राज्यीय तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। मध्य प्रदेश, गुजरात, और राजस्थान की सीमाओं का उपयोग तस्कर अक्सर अवैध शराब की तस्करी के लिए करते हैं, क्योंकि गुजरात में शराबबंदी लागू है। चंडीगढ़ से सस्ती और प्रीमियम शराब खरीदकर उसे गुजरात के काले बाजार में ऊंचे दामों पर बेचा जाता है। पुलिस को शक है कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और इसके तार कई बड़े शहरों से जुड़े हो सकते हैं।आबकारी विभाग ने इस मामले में अपनी जांच तेज कर दी है और अन्य राज्यों की पुलिस से संपर्क किया जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के नेटवर्क को खत्म करने के लिए अंतर्राज्यीय समन्वय और सख्त कानूनी कार्रवाई जरूरी है। पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत दें।

भविष्य में सख्ती और जन जागरूकता

आगर-मालवा पुलिस और आबकारी विभाग ने अवैध शराब तस्करी को रोकने के लिए अपनी रणनीति को और मजबूत करने का फैसला किया है। हाल के महीनों में पुलिस ने कई छोटे-बड़े तस्करों को पकड़ा है, और इस कार्रवाई ने उनके हौसले को और बढ़ाया है। SP विनोद कुमार सिंह ने कहा कि उनकी टीम न केवल तस्करों को पकड़ेगी, बल्कि इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान भी चलाएगी।स्थानीय लोग इस कार्रवाई से उत्साहित हैं और इसे समाज के लिए एक सकारात्मक कदम मान रहे हैं। अवैध शराब की बिक्री न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह स्वास्थ्य और सामाजिक समस्याओं को भी जन्म देती है। इस ऑपरेशन ने तस्करों को साफ संदेश दिया है कि मध्य प्रदेश की पुलिस उनकी हर चाल को नाकाम करने के लिए तैयार है।