श्रीडूंगरगढ़ में भूमाफियाओं का कब्जा: नगरपालिका की बेशकीमती जमीन खतरे में

श्रीडूंगरगढ़ में भूमाफिया नगरपालिका की बेशकीमती जमीन पर कब्जा कर अवैध कॉलोनियां काट रहे हैं, जिससे करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। नेशनल हाईवे-11, नानुदेवी स्कूल, और सरदारशहर रोड जैसे क्षेत्रों में कब्जे और मिट्टी दोहन जारी है। नगरपालिका ने 26 अवैध पट्टों को निरस्त किया, लेकिन भूमाफियाओं के रसूख के चलते कार्रवाई प्रभावी नहीं हो रही। अधिशासी अधिकारी अविनाश शर्मा ने जल्द सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

Jun 19, 2025 - 19:53
श्रीडूंगरगढ़ में भूमाफियाओं का कब्जा: नगरपालिका की बेशकीमती जमीन खतरे में

श्रीडूंगरगढ़ कस्बे की नगरपालिका की बेशकीमती सरकारी जमीन पर भूमाफियाओं की गिद्ध दृष्टि लंबे समय से टिकी हुई है। ये भूमाफिया बेखौफ होकर पालिका की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं और अवैध कॉलोनियां काट रहे हैं। कस्बे के कई हिस्सों में पालिका की जमीन पर कब्जे के साथ-साथ समतलीकरण का कार्य भी जोर-शोर से चल रहा है। इस दौरान ट्रैक्टर, जेसीबी जैसे संसाधनों का उपयोग कर मिट्टी का दोहन किया जा रहा है, जिससे नगरपालिका को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है।

प्रमुख स्थानों पर कब्जे

जानकारी के मुताबिक, कस्बे के कई प्रमुख स्थानों पर भूमाफियाओं ने पालिका की जमीन पर कब्जा कर रखा है। नेशनल हाईवे-11 के पास खसरा संख्या 1464/1151 की 6.10 हेक्टेयर भूमि में से करीब 6 बीघा जमीन पर कब्जा कर अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं। इसी तरह, नानुदेवी स्कूल के पीछे खसरा संख्या 1067 और 1076, सोमूं स्कूल के पीछे खसरा संख्या 596 और 599, सरदारशहर रोड के पास खसरा संख्या 1047 और 1051, साथ ही हनुमान धोरा के पास खसरा संख्या 1179 और 1187 पर भी भूमाफियाओं का कब्जा है। इन जमीनों पर कई अवैध पट्टे भी बनाए गए हैं।

अवैध पट्टों का खेल

सूत्रों के अनुसार, तत्कालीन सरकार के समय पट्टा अभियान के दौरान भूमाफियाओं ने गलत दस्तावेजों और सुओमोटो के नाम पर अवैध पट्टे हासिल किए। हाल ही में नगरपालिका प्रशासन ने खसरा संख्या 1209/927 और 1067 पर एकल हस्ताक्षर से बने 26 पट्टों को निरस्त किया है। इसके बावजूद, भूमाफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे बार-बार कब्जा करने में सफल हो रहे हैं।

कार्रवाई में लापरवाही

कुछ समय पहले नगरपालिका प्रशासन ने मिट्टी दोहन और कब्जे की शिकायतों पर कार्रवाई की थी, जिसमें मौके पर ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़े गए थे। लेकिन भूमाफियाओं के रसूख के चलते यह कार्रवाई महज औपचारिकता बनकर रह गई, और पकड़े गए संसाधनों को वापस छुड़वा लिया गया। करीब तीन साल पहले तत्कालीन अधिशासी अधिकारी ने कब्जे हटाकर जमीन को नियंत्रण में लिया था, लेकिन भूमाफिया फिर से सक्रिय हो गए।

करोड़ों का नुकसान

वर्तमान बाजार मूल्य के हिसाब से पालिका की इन जमीनों की कीमत करोड़ों रुपये में है। भूमाफियाओं के कब्जे और अवैध कॉलोनियों के कारण नगरपालिका को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। कस्बे के जागरूक नागरिक लगातार इन जमीनों को कब्जा मुक्त कराने की मांग कर रहे हैं।

प्रशासन का बयान

नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी अविनाश शर्मा ने कहा, "हमने हाल ही में एकल हस्ताक्षर से बने 26 पट्टों को निरस्त किया है। जिन 26 खसरा नंबरों पर भूमाफियाओं ने कब्जा किया है, उनके लिए सार्वजनिक सूचना जारी कर खरीद-बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। शीघ्र ही नियमानुसार कार्रवाई कर पालिका की जमीन को नियंत्रण में लिया जाएगा।"

Yashaswani Journalist at The Khatak .