शिलांग हनीमून हत्याकांड: सोनम रघुवंशी की साजिश का खुलासा, गाजीपुर में बदहवास मिली, तीन हमलावर गिरफ्तार
शिलांग में हनीमून के दौरान लापता सोनम रघुवंशी को गाजीपुर में एक ढाबे पर बदहवास हालत में बरामद किया गया। उनके पति राजा रघुवंशी की हत्या में सोनम की साजिश का खुलासा हुआ। मेघालय पुलिस ने सोनम समेत मध्य प्रदेश के तीन भाड़े के हत्यारों को गिरफ्तार किया। एक अन्य हमलावर की तलाश जारी है।

इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की शिलांग हनीमून यात्रा से जुड़ा मामला, जो पहले एक रहस्यमयी गुमशुदगी और हत्या की गुत्थी थी, अब सनसनीखेज खुलासों के साथ सामने आया है। मेघालय में राजा की हत्या के पीछे उनकी पत्नी सोनम की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने सोनम समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मध्य प्रदेश के तीन भाड़े के हत्यारे शामिल हैं। 17 दिन बाद सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर बदहवास हालत में बरामद किया गया, लेकिन अब यह साफ हो गया है कि उन्होंने ही इस हत्याकांड की साजिश रची थी। यह मामला न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा और मानवीय रिश्तों की जटिलता को भी उजागर करता है।
हनीमून से हत्याकांड तक की कहानी
11 मई 2025 को इंदौर के सहकार नगर निवासी ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी (29) और गोविंद कॉलोनी की सोनम रघुवंशी की धूमधाम से शादी हुई थी। शादी के नौ दिन बाद, 20 मई को यह जोड़ा हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुआ। दोनों ने गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर के दर्शन किए और 22 मई को शिलांग पहुंचे। 23 मई को वे सोहरा (चेरापूंजी) के नोंग्रियाट गांव में डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज देखने गए, जहां से वे शिपारा होम स्टे से चेक आउट करने के बाद लापता हो गए।
उसी दिन राजा और सोनम ने किराए पर ली गई एक्टिवा स्कूटी से यात्रा की थी, जो 24 मई को सोहरा के पास लावारिस पाई गई। 2 जून को राजा का शव वेईसावडॉन्ग झरने के पास एक गहरी खाई में सड़ी-गली हालत में मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उनकी हत्या धारदार हथियार 'दाओ' (स्थानीय चाकू) से की गई थी। शव के पास एक महिला की सफेद टी-शर्ट, टूटी हुई मोबाइल स्क्रीन, स्मार्टवॉच, और कुछ दवाइयां मिलीं, लेकिन राजा की सोने की चेन, अंगूठी, और पर्स गायब थे, जिससे लूटपाट की आशंका जताई गई।
गाजीपुर में सोनम की बरामदगी और साजिश का खुलासा
17 दिन तक लापता रहने के बाद, सोनम रघुवंशी को 9 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक ढाबे पर बदहवास हालत में बरामद किया गया। वह कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी, और पुलिस ने उसे तुरंत गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर भेज दिया। इस खबर ने शुरुआत में परिवार और जांच एजेंसियों को राहत दी, लेकिन मेघालय पुलिस की गहन जांच ने चौंकाने वाला सच उजागर किया।
मेघालय के डीजीपी नोंगरांग ने बताया कि राजा की हत्या में सोनम की मुख्य भूमिका थी। उसने मध्य प्रदेश के तीन भाड़े के हत्यारों को इस अपराध के लिए बुलाया था। इन तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और सोनम ने आत्मसमर्पण कर दिया है। एक अन्य संदिग्ध हमलावर को पकड़ने के लिए पुलिस का अभियान जारी है। मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने 'एक्स' पर लिखा, "राजा हत्याकांड में सात दिनों के भीतर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। तीन हमलावर गिरफ्तार किए गए, और महिला ने आत्मसमर्पण किया है।"
जांच में सामने आए साक्ष्य
राजा का शव मिलने के बाद मामला और जटिल हो गया था। शव वेईसावडॉन्ग में उस जगह से 25 किलोमीटर दूर मिला, जहां उनकी स्कूटी लावारिस पाई गई थी। भारी बारिश के बीच मेघालय पुलिस ने ड्रोन, एसडीआरएफ, स्पेशल ऑपरेशन टीम, और एक माउंटेनियरिंग क्लब की मदद से शव बरामद किया। शव की पहचान राजा के दाहिने हाथ पर बने 'राजा' टैटू से हुई, क्योंकि चेहरा पूरी तरह क्षतिग्रस्त था।
पुलिस को घटनास्थल के पास खून के धब्बों वाला एक रेनकोट, राजा की टी-शर्ट, और सोनम का रेनकोट भी मिला, जो स्कूटी में देखा गया था। सीसीटीवी फुटेज में राजा और सोनम को 22 मई को शिलांग के एक होटल में और 23 मई को होम स्टे से चेक आउट करते देखा गया था। इन साक्ष्यों ने शुरुआत में अपहरण और लूट की आशंका को बढ़ाया, लेकिन सोनम की गिरफ्तारी ने साजिश के सुनियोजित होने की पुष्टि की।
राजा की हत्या और सोनम की गुमशुदगी के बाद परिवार ने कई आशंकाएं जताई थीं। सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने दावा किया था कि कामाख्या मंदिर से ही कोई उनके पीछे लगा था, क्योंकि दोनों ने सोने के गहने और नकदी साथ रखी थी। परिवार को शक था कि सोनम का अपहरण कर बांग्लादेश ले जाया गया हो, क्योंकि घटनास्थल सीमा के करीब है।
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने मेघालय पुलिस पर शुरुआती लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा, "राजा मेरे सपने में आया और बोला कि उसका मर्डर हुआ है।" परिवार ने इंदौर में पोस्टर लगाकर लिखा, "मैं मरा नहीं, मुझे मारा गया।" मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था।
साजिश के पीछे का मकसद
पुलिस अभी हत्या के पीछे के सटीक मकसद का खुलासा नहीं कर पाई है। शुरुआती जांच में लूटपाट की आशंका थी, क्योंकि राजा के गहने और पर्स गायब थे। हालांकि, सोनम की साजिश सामने आने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि मामला केवल लूट से कहीं बड़ा था। क्या यह निजी दुश्मनी थी, या कोई अन्य गहरी साजिश? पुलिस इस दिशा में जांच कर रही है।
शिलांग में सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने शिलांग जैसे पर्यटन स्थल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। विपिन रघुवंशी ने कहा, "शिलांग घूमने लायक है, लेकिन सुरक्षित नहीं। वहां न तो सीसीटीवी हैं, न ही पुलिस सक्रिय है।" शिलांग में 2019 से 2023 के बीच 164 अपहरण और 71 हत्या के मामले दर्ज हुए हैं, जो इस क्षेत्र में अपराध की स्थिति को दर्शाते हैं।
सोनम रघुवंशी की बरामदगी और राजा हत्याकांड में उनकी साजिश का खुलासा इस मामले को एक नया आयाम देता है। मेघालय पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने सात दिनों में चार आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की, लेकिन एक हमलावर अभी भी फरार है। यह मामला न केवल एक दुखद हत्याकांड है, बल्कि विश्वास और रिश्तों की बुनियाद को भी हिलाने वाला है। पुलिस की आगे की जांच से ही इस साजिश के पूरे सच का खुलासा हो पाएगा।