रावतसर में नवविवाहिता की संदिग्ध मौत, दहेज हत्या का आरोप, पुलिस ने दर्ज की FIR

रावतसर में 11 महीने पहले शादीशुदा खुशबू की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पीहर पक्ष ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाया। ससुराल पक्ष ने बिना पुलिस सूचना या जांच के जल्दबाजी में शव का अंतिम संस्कार कर दिया। रावतसर पुलिस ने पति, सास-ससुर, देवर के खिलाफ BNS धाराओं के तहत FIR दर्ज की। जांच वृत्ताधिकारी हंसराज बैरवा कर रहे हैं।

Jun 21, 2025 - 18:49
रावतसर में नवविवाहिता की संदिग्ध मौत, दहेज हत्या का आरोप, पुलिस ने दर्ज की FIR

रावतसर में एक नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतका की शादी को मात्र 11 महीने हुए थे। पीहर पक्ष ने ससुराल वालों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप लगाते हुए रावतसर पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। ससुराल पक्ष ने बिना पुलिस या अस्पताल को सूचित किए जल्दबाजी में शव का अंतिम संस्कार कर दिया, जिससे मामला और संदिग्ध हो गया है।

पाली जिले के रोहट पुलिस थाने से प्राप्त जीरो नंबरी FIR के अनुसार, लक्ष्मण सिंह (30) पुत्र मदन सिंह राजपुरोहित, निवासी धर्मधारी, तहसील रोहट, ने बताया कि उनकी चचेरी बहन खुशबू, पुत्री गंगासिंह, की शादी 11 जुलाई 2024 को भोमसिंह, पुत्र नारायण सिंह, निवासी डोली राजगुरु, जिला बालोतरा, के साथ हुई थी। शादी में सोने-चांदी के गहने और गृहस्थी का सामान दहेज के रूप में दिया गया था।

लक्ष्मण सिंह के अनुसार, शादी के बाद खुशबू कुछ समय तक अपने ससुराल डोली में रही। तीन महीने पहले वह अपने पति भोमसिंह के साथ रावतसर चली गई, जहां भोमसिंह अपने भाइयों के साथ मिठाई की दुकान चलाता है। वहां वे किराए के मकान में रहते थे। आरोप है कि रावतसर जाने के बाद ससुराल वाले कम दहेज लाने की बात कहकर खुशबू को प्रताड़ित करने लगे और आए दिन उसके साथ मारपीट करते थे। खुशबू ने फोन पर अपने पीहर वालों को इसकी जानकारी दी थी।

16 जून 2025 को खुशबू की रावतसर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। ससुराल वालों ने न तो स्थानीय पुलिस को सूचना दी और न ही अस्पताल में शव की जांच करवाई। वे शव को चुपके से डोली राजगुरु ले गए। 17 जून को ससुराल पक्ष के रिश्तेदार मुकेश ने पीहर पक्ष को खुशबू की मौत की सूचना दी। जब पीहर वाले डोली पहुंचे, तो उन्होंने खुशबू के शव पर चोट के निशान देखे।

लक्ष्मण सिंह ने बताया कि जब पीहर पक्ष ने पुलिस जांच की मांग की, तो ससुराल वालों ने उन्हें धमकी दी और कहा कि अगर ज्यादा होशियारी दिखाई तो उनकी दूसरी बेटी निरमा, जो पहले से ससुराल में शादीशुदा है, को घर से निकाल देंगे। डर और दबाव में पीहर पक्ष चुप रहा, और ससुराल वालों ने बिना किसी जांच के खुशबू के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

घटना के बाद पीहर पक्ष ने हिम्मत जुटाकर रावतसर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने मृतका के पति भोमसिंह, सास-ससुर, देवर और अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत FIR दर्ज की है। मामले की जांच रावतसर वृत्त के वृत्ताधिकारी हंसराज बैरवा कर रहे हैं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .