जयपुर-भरतपुर हाईवे पर सनसनीखेज खुलासा: सड़क किनारे पिकअप में मिला 2075 किलो विस्फोटक, पुलिस ने शुरू की जांच
जयपुर-भरतपुर नेशनल हाईवे पर शुक्रवार देर रात एक सनसनीखेज मामला सामने आया, जब पुलिस को सड़क किनारे खड़ी एक पिकअप गाड़ी में 2075 किलो विस्फोटक सामग्री मिली। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गाड़ी को जब्त कर लिया और मामले की जानकारी पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) को दे दी।

जयपुर-भरतपुर नेशनल हाईवे पर शुक्रवार देर रात एक सनसनीखेज मामला सामने आया, जब पुलिस को सड़क किनारे खड़ी एक पिकअप गाड़ी में 2075 किलो विस्फोटक सामग्री मिली। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गाड़ी को जब्त कर लिया और मामले की जानकारी पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) को दे दी। PESO की टीम अब विस्फोटक के सैंपल लेकर आगे की जांच करेगी। इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है।
घटना का विवरण: रात 2.30 बजे मिली सूचना
बस्सी थाने के एएसआई जसवंत सिंह ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई। उनकी रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार रात वह गश्त पर थे। रात करीब 2:30 बजे हेड कॉन्स्टेबल श्यामलाल ने उन्हें फोन कर सूचना दी कि मोहनपुरा पुलिया के पास आगरा रोड पर दौसा से जयपुर की ओर जाने वाले रास्ते पर एक पिकअप खड़ी है। गाड़ी में कुछ संदिग्ध कार्टन रखे हैं, और ड्राइवर मौके पर मौजूद नहीं है।
सूचना मिलते ही एएसआई जसवंत सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पिकअप की तलाशी लेने पर उसमें 63 कार्टन और 10 प्लास्टिक के कट्टे मिले। कार्टन पर ऑप्टिस्टार एक्सप्लोसिव (OPTISTAR EXPLOSIVE) और कट्टों पर अमोनियम नाइट्रेट लिखा हुआ था। अमोनियम नाइट्रेट एक ऐसा रसायन है, जिसका उपयोग विस्फोटक सामग्री बनाने में किया जाता है। गाड़ी का स्टेयरिंग लॉक होने के कारण पुलिस को क्रेन की मदद से पिकअप को थाने लाना पड़ा।
पिकअप मालिक की पहचान, लेकिन संपर्क नहीं
पिकअप के नंबर के आधार पर वाहन मालिक की पहचान ईश्वर सिंह पुत्र अर्जुन सिंह रावत, निवासी शिवपुर नरेली, मांडल, भीलवाड़ा के रूप में हुई। हालांकि, पुलिस अभी तक मालिक या ड्राइवर से संपर्क नहीं कर पाई है। जांच अधिकारी एसआई सुरेंद्र ने बताया कि शुक्रवार रात ढाई बजे पिकअप को सीज किया गया था, लेकिन अब तक न तो मालिक और न ही ड्राइवर थाने पहुंचा है।
PESO की भूमिका और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) को सूचित किया। PESO की टीम जल्द ही विस्फोटक सामग्री के सैंपल लेगी और उनकी प्रकृति व उपयोग की जांच करेगी। जांच के बाद यह स्पष्ट होगा कि यह विस्फोटक कहां से लाया गया था, इसका उपयोग क्या होने वाला था, और इसे अवैध रूप से क्यों ले जाया जा रहा था।
पुलिस की सतर्कता और सवाल
यह घटना कई सवाल खड़े करती है। आखिर इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री सड़क किनारे खड़ी पिकअप में कैसे पहुंची? ड्राइवर क्यों गायब है, और मालिक से संपर्क क्यों नहीं हो पा रहा? क्या यह किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है? पुलिस इन सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है।
जांच अधिकारी एसआई सुरेंद्र ने बताया कि पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं और मालिक व ड्राइवर की तलाश तेज कर दी गई है। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि क्या यह विस्फोटक किसी खनन या औद्योगिक कार्य के लिए ले जाया जा रहा था, या इसका कोई आपराधिक मकसद था।
स्थानीय लोगों में दहशत
मोहनपुरा पुलिया के आसपास रहने वाले लोगों में इस घटना के बाद दहशत का माहौल है। स्थानीय निवासी रामस्वरूप ने बताया, "हमें नहीं पता था कि सड़क किनारे खड़ी गाड़ी में इतना खतरनाक सामान है। पुलिस ने समय रहते कार्रवाई नहीं की होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था।"
निष्कर्ष
जयपुर-भरतपुर नेशनल हाईवे पर 2075 किलो विस्फोटक के साथ पकड़ी गई पिकअप ने सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए हैं। पुलिस और PESO की संयुक्त जांच से जल्द ही इस मामले के पीछे की सच्चाई सामने आने की उम्मीद है। तब तक पुलिस ने हाईवे पर गश्त बढ़ा दी है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।