भीलवाड़ा: जहाजपुर उपजेल में नशे में धुत जेलर का हंगामा, जेल प्रहरी पर मारपीट, पुलिसकर्मियों से बदतमीजी

भीलवाड़ा की जहाजपुर उपजेल में जेलर ओमप्रकाश लेगा ने नशे में प्रहरी से मारपीट और पुलिस से बदतमीजी की, जांच शुरू।

Nov 5, 2025 - 12:17
भीलवाड़ा: जहाजपुर उपजेल में नशे में धुत जेलर का हंगामा, जेल प्रहरी पर मारपीट, पुलिसकर्मियों से बदतमीजी

भीलवाड़ा, 5 नवंबर 2025:

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले की जहाजपुर उपजेल में मंगलवार देर रात एक शर्मनाक घटना ने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया। जेलर ओमप्रकाश लेगा ने नशे की हालत में जमकर हंगामा मचाया। उन्होंने जेल प्रहरी पर गाली-गलौज के साथ मारपीट की, जिससे जेल के अंदर तनावपूर्ण माहौल बन गया। जब घटना की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची, तो जेलर ने पुलिसकर्मियों के साथ भी बदतमीजी की। यह घटना जेल प्रशासन की लापरवाही और आंतरिक अनुशासन की कमी को उजागर करती है।

घटना का पूरा विवरण;  मंगलवार रात करीब 11 बजे जहाजपुर उपजेल के परिसर में जेलर ओमप्रकाश लेगा अचानक उग्र हो गए। सूत्रों के अनुसार, वे शराब के नशे में धुत थे, जो उनकी हरकतों से साफ झलक रही थी। जेल प्रहरी, जो रात्रि ड्यूटी पर तैनात थे, ने जब जेलर को शांत करने की कोशिश की, तो उन्होंने गुस्से में आकर प्रहरी पर हाथ उठा दिया। गाली-गलौज के दौर के साथ-साथ मारपीट भी शुरू हो गई। जेल प्रहरी ने खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन जेलर की उग्रता के आगे वे असहाय नजर आए।एक जेल प्रहरी ने बताया, "जेलर साहब रात को अचानक जेल के अंदर घूमने लगे। उनकी आवाज से ही पता चल गया कि वे नशे में हैं। जब हमने उनसे पूछा कि सब ठीक है, तो वे भड़क गए। पहले तो गालियां दीं, फिर हाथापाई शुरू कर दी। हमने किसी तरह खुद को बचाया और बाहर से मदद मांगी।" इस दौरान जेल के अन्य कर्मचारी भी जाग गए और स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन जेलर का गुस्सा थमने का नाम न ले रहा था।

पुलिस का हस्तक्षेप और बदतमीजी;  हंगामे की खबर मिलते ही जहाजपुर थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। इंस्पेक्टर के नेतृत्व में पहुंचे पुलिसकर्मियों ने जेलर को शांत करने का प्रयास किया। लेकिन जेलर ने पुलिसवालों के साथ भी कोई कसर न छोड़ी। उन्होंने अधिकारियों को धमकियां दीं और बदतमीजी भरी भाषा का इस्तेमाल किया। एक पुलिसकर्मी ने कहा, "हम तो बस शांति बहाल करने आए थे, लेकिन जेलर साहब ने हमें ही निशाना बना लिया। उन्होंने कहा कि वे किसी की नहीं सुनेंगे और जेल का इंचार्ज हैं। किसी तरह हमने उन्हें काबू किया।"पुलिस ने जेलर को हिरासत में लेकर थाने ले जाने की कोशिश की, लेकिन जेल प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। जेलर को जेल के अंदर ही रखा गया और सुबह होने पर उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया।

जेलर ओमप्रकाश लेगा का बैकग्राउंड;  ओमप्रकाश लेगा लंबे समय से जहाजपुर उपजेल में जेलर के पद पर तैनात हैं। वे भीलवाड़ा जिले के मूल निवासी हैं और जेल विभाग में उनकी सेवा को सामान्यतः अच्छा माना जाता रहा है। हालांकि, इस घटना ने उनके चरित्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार, लेगा पर पहले भी नशे से जुड़ी शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं, लेकिन उन्हें कभी गंभीरता से नहीं लिया गया। यह पहली बार है जब ऐसी घटना सार्वजनिक रूप से सामने आई है।प्रशासन की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाईजिले के जेल अधीक्षक ने बुधवार सुबह घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मामला गंभीर है और जांच शुरू कर दी गई है। "जेलर की हरकत निंदनीय है। नशे की हालत में ड्यूटी पर आना विभागीय नियमों का उल्लंघन है। हम विभागीय जांच करवाएंगे और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी," उन्होंने बताया। पुलिस ने भी जेल प्रहरी की शिकायत पर प्रारंभिक बयान दर्ज कर लिए हैं।स्थानीय लोगों और जेल कर्मचारियों में इस घटना को लेकर आक्रोश है। एक पूर्व जेलकर्मी ने कहा, "जेल जैसी संवेदनशील जगह पर जेलर का ऐसा व्यवहार स्वीकार नहीं किया जा सकता। इससे कैदियों का मनोबल भी प्रभावित होता है।" जहाजपुर उपजेल में करीब 50 कैदी बंद हैं, और इस हंगामे से जेल के अंदर का माहौल कुछ घंटों के लिए तनावपूर्ण रहा।